हेलो दोस्तो ये पोस्ट है – Local Area Network Kya Hai, कि कम्प्यूटर नेटवर्क कितने प्रकार के होते है। देखिए कम्प्यूटर नेटवर्क Computer Network कितना जरूरी होता है, अगर नेटवर्क न रहे तो आप का कोई काम नहीं हो पायेगा । चाहे जैसा आप कम्प्यूटर खरीद ले जबतक आप का नेटवर्क नहीं चलेगा , तब तक आप कोई काम नही कर सकते है। इस लिए नेटवर्क को उनके कम्प्यूटरों की भौगोलिक स्थिति के अनुसार मुख्यतः तीन श्रेणियों में बाँटा जाता है।
1. लोकल एरिया नेटवर्क
2. मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क
3. वाइड एरिया नेटवर्क
1.लोकल एरिया नेटवर्क (Local Area Network) Local Area Network Kya Hai
ऐसे नेटवर्कों के सभी कम्प्यूटर्स एक सीमीत क्षेत्र में स्थित होते हैं। यह क्षेत्र लगभग एक किलोमीटर की सीमा में होना चाहिए, जैसे कोई बड़ी बिल्डिंग या बिल्डिंग या का समूह। लोकल एरिया नेटवर्क में जोड़े गए उपकरणों की संख्या अलग- अलग हो सकती हैं।
Local Area Network Kya Hai
इन उपकरणों को किसी संचार केबल द्वारा जोड़ा जाता है। लोकल एरिया नेटवर्क के द्वारा कोई संगठन अपने कम्प्यूटरो, टर्मिनलो, कार्यस्थलों तथा अन्य बाहरी उपकरणों को एक दक्ष तथा प्रभावी लागत विधि से जोड़ सकता है, जिससे वे आपस में सूचनाओँ का आदान – प्रदान कर सकें तथा सबको सभी साधनों का लाभ मिल सके।
2. मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क (Metropolitan Area Network)
Local Area Network Kya Hai ki jankari
जब बहुत सारे लोकल एरिया नेटवर्क अर्थात् लैन किसी नगर या शहर के अन्दर एक – दूसरे से जुड़े रहते है, तो इस प्रकार के नेटवर्क को मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क कहा जाता है। इसकी गति 5 – 10 Mbits/sec होती है। ये काफी महँगे नेटवर्क होतेे हैं जो फाइबर ऑप्टिक केबल से जुड़े होते है। ये टेलीफोन या केबल ऑपरेटर और माइक्रोवेव लिंक द्वारा प्रदान किए जाते है।
3. वाइड एरिया नेटवर्क (WAN = Wide Area Network) Local Area Network Kya Hai
वाइड एरिया नेटवर्क से जुड़े हुए कम्प्यूटर्स तथा उपकरण एक – दूसरे से हजारों किलोमीटर की भौगोलिक दूरी पर भी स्थित हो सकते है। इनका कार्यक्षेत्र कई महाद्वीपों तक फैला हो सकता है। यह एक बड़े आकार का ड़ाटा नेटवर्क होता है। इसमें डाटा के संचरण की दर लोकल एरिया नेटवर्क की तुलना में कम होती है।
(Local Area Network Kya Hai) अधिक दूरी के कारण प्रायः इनमें माइक्रोवेवस्टेशनो या संचार उपग्रहों का प्रयोग सन्देश आगे भेजने वाले स्टेशनों की भाँति किया जाता है।
विश्वव्यापी डाटा कम्यूनिकेशन नेटवर्कों का महत्व दिन – प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वे आज कल के वित्तीय जगत के लिए अनिवार्य हो गए हैं।
लोकल एरिया नेटवर्क ( LAN ) एवं वाइड एरिया नेटवर्क ( WAN ) में अन्तर
लोकल एरिया नेटवर्क ( LAN) | वाइड एरिया नेटवर्क ( WAN ) |
लैन नेटवर्क का क्षेत्र लगभग 1 किलोमीटर की दूरी के लिए होता है। | यह नेटवर्क पूरे देश के क्षेत्र को कवर करता है। |
डाटा ट्रांसमिशन की गति 10 – 100 Mbps की होती हैं। | डाटा ट्रांसमिशन की गति256 Kbps से 2 Mbps तक हेती है। |
यह किसी भवन या ऑफस के अन्दर ही स्थापित किया जा सकता है। | यह विभिन्न नगरों के मध्य स्थापित किया जाता है। |
इसमें त्रुटियों की सम्भावना काफी कम होती है | इसमें त्रुटियों की सम्भावना काफी अधिक होती है। |
LAN = LOCAL AREA NETWORK | WAN = WIDE AREA NETWORK |
स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क स्वैन भारतीय सरकार की राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक गवर्नेस योजना के अन्तर्गत सुविधाएँ देने वाले घटकों में से एक है। इस नेटवर्क का मुख्य उद्देश्य एक क्लोज़्ड यूजर ग्रुप नेटवर्क का निर्माण करना तथा सरकार के कार्य और राज्य मुख्यालय, जिला मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने के लिए एक सुरक्षित और उच्च गति की कनेक्टिविटी प्रदान करना है। यह प्रोजेक्ट मार्च, 2005 में स्वीकृच किया गया था। स्वैन के लागू करने के माध्यम से , भारतीय सरकार निम्नलिखित लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहती थी।
Local Area Network Kya hai complete knowledge
- राज्य के भीतर विश्वसनीय कनेक्टिविटी प्रदान करना।
- इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन को प्रोत्साहित करने के लिए एक सुरक्षित माध्यम प्रदान करना।
- कुशल सेवा प्रबन्धन प्रदान करना ।
- आपदा प्रबन्धन क्षमता को मजबूत करना ।
QNA (प्रश्न)
1. नेटवर्क का क्या कार्य है?
2. नेटवर्किंग के कोई दो लाभ बताओं ।
3. क्लाइण्ट और सर्वर में अन्तर लिखिए।
4. लैन और मैन में से किसकी गति ज्यादा हैं?
नेटवर्क टोपोलॉजी (NETWORK TOPOLOGY)
नेटवर्क में कम्प्यूटरों को जोड़ने की भौगोलिक व्यवस्था को टोपोलॉजी कहते है। इसके द्वारा विभिन्न कम्प्यूटर्स एक – दूसरे से परस्पर सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं। नेटवर्क टोपोलॉजी निम्न प्रकार की होती हैं।
बस टोपोलॉजी (BUS TOPOLOGY)
इसे लीनियर टोपोलॉजी भी कहा जाता है। इस टोपोलॉजाी में एक लम्बे केबल से युक्तियाँ जुड़ी होती हैं, जिसे बैकबोन कहते हैं। इस नेटवर्क का इनस्टॉलेशन छोटे अथवा अल्फकालीन ब्रॉडकास्ट के लिए होता है। इस प्रकार के नेटवर्क का प्रयोग ऐसे स्थानों पर किया जाता है, जहाँ अत्यन्त उच्च गति के कम्यूनिकेशन चैनल का प्रयोग सीमित क्षेत्र में किया जाता है।
लाभ
- इसमें नए नोड जोड़ना अथवा पुराने नोड हटाना बहुत सरल होता है।
- किसी एक कम्प्यूटर के खराब होने पर सम्पूर्ण नेटवर्क सरलता से कार्य करता रहता है।
- इसकी लागत बहुत कम होती हैं।
हानियाँ
- मुख्य केबल में यदि रूकावट आती है, तो पूर नेटवर्क बन्द हो जाता है।
- बैकबोन केबल के दोनों सिरों पर टर्मिनेटरों की आवश्यकता होती है।
- यदि पूरा नेटवर्क बन्द होता है, तो समस्या को पहचानने में कठिनाई आती है।
- एक समय में एक ही पैकेट ट्रांसमिट हो सकता है।
स्टार टोपोलॉजी (STAR TOPOLOGY) Local Area Network Kya Hai
इस टोपोलॉजी के अन्तर्गत एक होस्ट कम्प्यूटर होता है, जिससे विभिन्न लोकल कम्प्यूटंरों नोड को सीधे जोड़ा जाता है, यह होस्ट कम्प्यूटर हब कहलाता है। यदि हब खराब हो जाए, तो पूरा नेटवर्क खराब हो सकता है। इसमें किसी नोड और हब के बीच प्वॉइण्ट – टू- प्वाइण्ट कनेक्शन होता है। कोई भी दो नोड केन्द्रीय कम्प्यूटर के माध्यम से ही कम्यूनिकेट करते है। अतः कॉलीजन की समस्या नही होती है।
लाभ
- यदि कोई नोड ( कम्प्यूटर ) खराब हो जाए, तो शेष नेटवर्क प्रभावित नही होता। इस स्थिति में खराब हुए नोड को ज्ञात करना सरल होता है।
- एक कम्प्यूटर को होस्ट कम्प्यूटर से जोड़ने में कम लागत आती है
- लोकल कम्प्यूटर की संख्या बढ़ाने से नेटवर्क की सूचना के आदान – प्रदान की क्षमता प्रभावित नही होती ।
- नए नोड जोड़ने पर ट्रांसमिशन की गति पर कोई प्रभाव नही पड़ता ।
हानियाँ
- बस टोपोलॉजी की अपेक्षा अधिक केबल की आवश्यकता होती है।
- यदि हब खराब हो जाता है, तो जुड़े हुए नोड्स भी बेकार हो जाते है।
- बस टोपोलॉजी की तुलना में अधिक मूल्यवान है, क्योकि इसमें प्रयोग होने वाली डिवाइसों की कीमत अधिक होती है।
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रिंग टोपोलॉजी (RING TOPOLOGY) Local Area Network Kya Hai
इस टोपोलॉजी में कोई होस्ट या हब नोड नही होता है। सभी कम्प्यूटर एक गोलाकार आकृति के रूप में केबल द्वारा जुड़े होते है। प्रत्ये कम्प्यूटर अपने अधीनस्थ कम्प्यूटर से जुड़ा होता है। गोलाकार आकृति में होने के कारण इसे सर्कुलर नेटवर्क भी कहा जाता है। Local Area Network Kya Hai
इस टोपोलॉजी में डाटा केवल एक दिशा में प्रवाह होता है और यह प्रत्येक नोड में से होकर गुजरता है, जब तक कि वह अपने गंतव्य पर न पहुँच जाएँ।
लाभ
- यह टोपोलॉॉजी सभी स्टेशनों के लिए एकसमान एक्सेस उपलब्ध कराती है। नेटवर्क में अधिक स्टेशन्स होने पर भी इसका निष्पादन सभी स्टेशनों के लिए समान होता है।
- इण्टरफेस एक्टिव होने के कारण रिंग की लम्बई की कोई सीमा नहीं है अर्थात् उसमें कितने भी स्टेशन हो सकते हैं।
- नेटवर्क में किसी भी प्रकार के मीडियम का उपयोग किया जा सकता है, जिनमें फाइबस ऑप्टिक केबल भी शामिल होता है।
- इसमें डाटा कॉलीजन नही होता क्योंकि रिंग कई भागों में विभाजित होती है।
हानियाँ
- यह टोपोलॉजी कुछ जटिल होती है इसलिए इसको स्थापित करना थोड़ा कठिन होता है।
- इसमें माध्यम के असफल हो जाने पर पूरा नेटवर्क प्रभावित होता है।
- इसमें कहीं कोई समस्या आ जाने पर, उसे ज्ञात करना कठिन होता है।
मैश टोपोलॉजी (MASH TOPOLOGY)
इस टोपोलॉजी का प्रत्येक कम्पयूटर, नेटवर्क में अन्य सभी कम्प्यूटरों से सीधे जुड़ा होता हेै। इसी कारण से इसे प्वॉइण्ट – टू – प्वॉइण्ट नेटवर्क या कम्पलीट्ली कनैक्टिड नेटवर्क भी कहा जाता है। इसके डाटा के आदान- प्रदान का प्रत्येक निर्णय कम्प्यूटर स्वयं ही लेता है। इस टोपोलॉजी की नोड में द्विदिशीय लिंक होते है।
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लाभ
- डिवाइसो के मध्य तारों की स्थिति के कार्य पर कोई विपरीत प्रभाव नही होता है।
- सुरक्षा की दृष्टि से अन्य टोपोलॉजी बहुत बेहतर होता है।
हानियाँ
- अतिरिक्त केबलों का व्यवस्थापन अत्यन्त जटिल होता है।
- तारों के मैश स्थिति में होने के कारण, उन्हें क्षति पहुँचाने की प्रबल सम्भावना रहती है।
ट्री टोपोलॉजी (TREE TOPOLOGY)
यह टोपोलॉजी बस स्टार पोटोलॉजी का मिश्रित रूप है। इस टोपलॉजी में एक केबल से दूसरी केबल तथा दूसरी केबल से तीसरी केबल, किसी पेड़ की शाखाओँ की भाँति जुड़ी होती है, इसी कारण नोड को रूट नोड कहा जाता है तथा इससे जुड़ने वाले अन्य नोडो को चाइल्ड नोड कहा जाता है। Dosto Aj ke post me (Local Area Network Kya Hai) Iski puri jankari diya hu.
प्रश्न
- बस टोपोलॉजी की हानि क्या हैे?
- रिंग टोपोलॉजी क्या है?
- नेटवर्क किन भागों में विभाजित किया गया है? नाम लिखिए।
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