Mastering Class 12 Chemistry: D and F Block Elements
Crucial Questions and Concepts for Board Exams
Namaskar Students! In this post, I am presenting all the important questions related to Class 12 Chemistry D and F Block Elements (कक्षा 12 वीं के रसायन विज्ञान के डी और एफ ब्लॉक के तत्व) Chapter 4. By the end of this post, you will have all the questions that are likely to come from this chapter in your board exams. Read it till the end; it will be very useful for your exams.
These are foucs points
- Crucial Questions and Concepts for Board Exams
- Key Short Answer Questions
- Understanding Complex Characteristics of Transition Elements
- Exploring Lanthanides and Actinides
- The Electronic Configuration of Transition Elements
- Categorizing Transition Elements in Different Blocks
- Now, let’s organize the provided content under these headings and subheadings.
Mastering Class 12 Chemistry: D and F Block Elements
Crucial Questions and Concepts for Board Exams
Namaskar Students! In this post, I am presenting all the important questions related to Class 12 Chemistry D and F Block Elements (कक्षा 12 वीं के रसायन विज्ञान के डी और एफ ब्लॉक के तत्व) Chapter 4. By the end of this post, you will have all the questions that are likely to come from this chapter in your board exams. Read it till the end; it will be very useful for your exams.
Key Short Answer Questions
प्रश्न – 1. संक्रमण तत्वों की परमाणु त्रिज्याएँ किसी श्रेणी में किस प्रकार परिवर्तित होती हैं?
उत्तर – सामान्यतः एक विशिष्ट श्रेणी से सम्बन्धित संक्रमण तत्वों की परमाणु त्रिज्याएँ परमाणु क्रमांक के बढ़ने के साथ घटती जाती हैं। प्रत्येक श्रेणी के अन्त में परमाणु त्रिज्याओं में थोड़ी वृद्धि देखने को मिलती हैं। समूह में नीचे की ओर जाने पर संक्रमण तत्वों की परमाणु त्रिज्याओं में वृद्धि होती है। द्वितीय और तृतीय संक्रमण श्रेणी के तत्वों की परमाणु त्रिज्याएँ लगभग समान रहती हैं।
प्रश्न – 2. संक्रमण तत्त्व धात्विक लक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं?
उत्तर – संक्रमण तत्त्व धात्विक लक्षण प्रदर्शित करते हैं क्योकि उनकी आयनन ऊर्जाएँ निम्न होती हैं तथा उनके बाह्यतम कोश में अनेक रिक्त कक्षक भी उपस्थित होते हैं। ये कारक उनमें धात्विक आबन्धों के निर्माण में सहायता करते हैं।
Understanding Complex Characteristics of Transition Elements
प्रश्न – 7. संक्रमण तत्वों में जटिल यौगिक बनाने की प्रवृति अधिक क्यों होती हैं?
उत्तर – संक्रमण तत्त्वों में जटिल यौगिक बनाने की प्रवृति निम्नलिखित कारणों से अधिक होती हैं – (1) धातु आयनों का छोटा आकार (2) धातु आयनों का उच्च नाभिकीय आवेश (3) लीगैण्ड द्वारा प्रदान किये गये इलेकट्रॉनों के एकाकी युग्मों को ग्रहण करने के लिए उपयुक्त ऊर्जा के रिक्त d- कक्षकों की प्राप्यता ।
Exploring Lanthanides and Actinides
प्रश्न – 4. ऐक्टिनाइड्स का आवर्त सारणी में स्थान निर्धारित कीजिए।
उत्तर – ऐक्टिनाइड्स को आवर्त – 7 में आवर्त – सारणी के बाहर नीचे एक क्षौतिज पंक्ति में रखा गया है। ऐक्टिनाइड्स को द्वितीय आन्तरिक संक्रमण श्रेणी भी कहा जाता है। इस श्रेणी में इलेकट्रॉन परमाणुओं के 5- f कक्षक में प्रवेश पाता है। इस श्रेणी में थोरियम (Th, Z = 90) से लेकर लॉरेन्शियम (Lr, Z = 103) तक के चौदह तत्त्व सम्मिलित हैं। ये तत्त्व आवर्त – सारणी में ऐक्टिनियम (Ac, Z = 89) का अनुसारण करते हैं तथा भौतिक एवं रासायनिक गुणों में उससे समानता प्रकट करते है। यही कारण हैं कि यो ऐक्टिनाइड्स कहलाते हैं।
The Electronic Configuration of Transition Elements
प्रश्न – 9. संक्रमण धातुओं के सामान्य इलेक्ट्रानिक विन्यास को लिखिए और परिरक्षण प्रभाव को समझाइए।
उत्तर – वे तत्त्व जिनमें इलेक्ट्रॉन उपान्तिम ऊर्जा स्तरों के d- कक्षकों में भरें जाते हैं, d- ब्लॉक के तत्त्व कहलाते हैं। ये तत्त्व s- तथा p- ब्लॉक के मध्य स्थित होते है, इसलिए इन्हें संक्रमण तत्व भी कहते हैं। संक्रमण तत्त्वों को निम्न श्रेणियों में विभक्त किया गया है।
(1. ) प्रथम श्रेणी या 3d – श्रेणी – इसमें 21Sc से 30Zn तक 10 तत्त्व होते हैं। Zn को छोड़कर शेष तत्वों में 3d कक्षक आद्य या (+2) उत्तेजित अवस्था में अपूर्ण होता है।
(2.) द्वितीय श्रेणी या 4d – श्रेणी- इसेमें 39Y से 48Cd तक 10 तत्त्व होते हैं। इस श्रेणी में Cd में 4d कक्षक पूर्ण भरा हुआ होता है।
(3.) तृतीय श्रेणी या 5d- श्रेणी – इसमें 57La, 72Hf से 80Hg तक 10 तत्त्व होते हैं। इस श्रेणी में Hg में 5d- कक्षक पूर्ण भरा हुआ होता है। नोट – Zn, Cd, Hg d- ब्लॉक के तत्व होते हुए भी संक्रमण तत्व नहीं कहलाते हैं, क्योंकि इनमें d- कक्षक मूल अथवा (+2) ऑक्सीकरण अवस्था में अपूर्ण नहीं होता है।
(4) चतुर्थ श्रेणी या 6d- श्रेणी – इसमें 89Ac, 104Rf से 112Cn तक 10 तत्त्व हैं।”
इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
इस ब्लॉक के तत्वों का समान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास ( n – 1)d 1-10 ns 1-2 होता है। इस विन्यास से स्पष्ट है, कि इन तत्वों के केवल उपान्तिम कोश [अर्थात n- 1d- कक्षक]ही इलेक्ट्रॉनों की संख्या में भिन्न होते है। अतः ये तत्वो s तथा p – ब्लॉक के तत्त्वों की भाँति भौतिक तथा रासायनिक गुणधर्मों में नियमित परिवर्तन प्रदर्शित नहीं करते हैं।
इस ब्लॉक के तत्वों में से अर्द्ध – भरित तथा पूर्णतया भरित कक्षक वाले तत्त्व अपेक्षाकृत अधिक स्थायी होते है। परिरक्षण प्रभाव इलेक्ट्रॉनों और एक परमाणु के नाभिक के बीच आकर्षक बलों का वर्णन करता है, जिसमें एक से अधिक इलेक्ट्रॉन होते हैं। इसे परमाणु परिरक्षण भी कहा जाता हैं। इलेक्ट्रॉनों और नाभिक के बीच आकर्षण बलों में अन्तर के कारण, इलेक्ट्रॉन क्लाउड पर प्रभावी परमाणु ऊर्जा में कमी का प्रभाव होता हैं।
दोस्तों आज का यह पोस्ट कैसा लगा कमेन्ट करके जरुर बताइयेगा।
Pingback: Class 12 chemistry [Board exam important question] - PDF Mandi
Up board