हेलो ! बच्चों आज का पोस्ट है Rasayan Vigyan jaiv Anu ( रसायन विज्ञान जैव – अणु )यह रसायन विज्ञान में काफी महत्वपूर्ण टॉपिक है। यह यू. पी बोर्ड के परीक्षा में हमेशा पूछता है। जैव – अणु में मनुष्य के शरीर के सम्बन्धित प्रश्न पूछता है और भी सब्जेक्ट के बारे पढ़ना चाहते है तो आप Pdfmandi.com को सर्च करे।
जैव रासायनिक प्रक्रमों के अन्तर्गत मुख्यतः हेक्सोस शर्कराओं का अपघटन ट्रायोस में होता है। इस प्रकार ग्लूकोस, फ्रक्टोस तथा राइबोस सर्वाधिक महत्वपूर्ण मोनोसैकेराइड माने जाते है।
कार्बोहाइड्रेट
पॉलिहाइड्रॉक्सी ऐल्डिहाइड या पॉलिहाइड्रॉक्सी कीटोन अथवा वे पदार्थ जिनके जल – अपघटन पर पॉलिहाइड्रॉक्सी ऐल्डिहाइड अथवा कीटोन प्राप्त होते है, कार्बोहाइड्रेट कहलाते है।
पॉलिसैकेराइड
मोनोसैकेराइड शर्करा इकाइयों से बने उच्च अणु भार वाले बहुलक जिनके अणु भाग कई हजार से लाखों तक होते हैं, पॉलिसैकेराइड कहलाते है, अर्थात ये जल – अपघटन पर असंख्य मोनोसैकेराइड देते है।
समविभव बिन्दु
विलयन की अम्लता अथवा क्षारकता का यह बिन्दु, अर्थात् वह PH जिस पर ऐमीनो अम्ल, विद्युत विभव लगाने पर किसी भी इलेक्ट्रोड की ओर गमन नही करता है, समविभव बिन्दु कहलाता है।
एमीनो अम्ल
वे यौगिक जिनमें एक या अधिक ऐमीनो समूह तथा एक या अधिक कार्बोक्सिलिक समूह होते हैं ऐमीन अम्ल कहलाते हैं।
प्रोटीन – जटिल प्राकृतिक पदार्थ जो भिन्न – भिन्न अथवा समान ऐमीनो अम्लों के संयोग से प्राप्त होते हैंं प्रोटीन कहलाते हैं।
एन्जाइम – वे प्रोटीन जो जैव – रासायनिक अभिक्रिया में उत्प्रेरक का कार्य करते है, एन्जाइम कहलाते हैं।
विटामिन
भोज्य पदार्थों में पाया जाने वाला जटिल कार्बनिक पदार्थ जो कोशिकाओं में विशिष्ट उपापचयी अभिक्रियाओं के लिए आवश्यक है, विटामिन कहलाता है।
हॉर्मोन
वे रासायनिक पदार्थ जो वाहिनीविहीन ग्रन्थियो के द्वारा स्त्रावित किए जाते हैं, हॉर्मोन कहलाते है। हॉर्मोन जैव रासायनिक अभिक्रिया को प्रभावित तथा नियन्त्रित करते हैं।
न्यूक्लिक अम्ल
क्रोमोसोम प्रोटीन तथा अनेक प्रकार के जैव – अणु से मिलकर बने पदर्थ प्रायः न्यूक्लिक अम्ल कहलाते है, अर्थात् ये न्यूक्लियोप्रोटीन के जैव बहुलक होते हैं तथा इन्हें पॉलिन्यूक्लिओटाइड के रूप में माना जाता हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1. यौगिकों का युग्म जिसमें दोनों यौगिक टॉलेन्स अभिकर्मक के साथ धनात्मक परीक्षण देेेते हैं,
(i) ग्लूकोस तथा सुक्रोस (ii) फ्रक्टोस तथा सुक्रोस
(iii) ग्लूकोस तथा फ्रक्टोस (iv) ये सभी
उत्तर- (iii) ग्लूकोस तथा फ्रक्टोस
प्रश्न 2. इन्युलिन के जल – अपघटन से प्राप्त होता है ।
(i) ग्लूकोस (ii) फ्रक्टोस
(iii) ग्लूकोस तथा (iv) लैक्टोस
उत्तर ( ii) फ्रक्टोस
प्रश्न 3. वह कार्बोहाइड्रेट, जो मनुष्यों के पाचन तन्त्र में नही पचता है,
(i) स्टार्च (ii) सेलुलोस
(iii) ग्लाइकोजन (iv) ग्लूकोस
उत्तर ( ii ) सेलुलोस
प्रश्न 4. निम्न में से कौन – सा यौगिक बाइयूरेट परीक्षण नहीं देता हैं?
(i) कार्बोहाइड्रेट (ii) पॉलीपेप्टाइड
(iii) यूरिया (iv) प्रोटीन
उत्तर ( i) कार्बोहाइड्रेट
प्रश्न 5. शरीर में आरक्षित ग्लूकोस के रूप में कार्य करने वाला कार्बोहाइड्रेट है।
( i) सुक्रोस (ii) स्टार्च
(iii) ग्लाइकोजन (iv) फ्रक्टोस
उत्तर (iii) ग्लाइकोजन
प्रश्न 6. सबसे मीठी शर्करा है।
(i) ग्लूकोस (ii) माल्टोस
(iii) फ्रक्टोस (iv) सूक्रोज
उत्तर (iv) सूक्रोज
प्रश्न 7. दूध में पायी जाने वाली शर्करा है।
(i) माल्टोस (ii) फ्रक्टोस
(iii) लैक्टोस (iv) सेलुलोस
उत्तर ( iii ) लैक्टोस
प्रश्न 8. ग्लूकोज में कितने प्राथमिक एल्कोहॉलिक समूह हैं?
(i) एक (ii) दो
(iii) तीन (iv) चार
उत्तर (iv) चार
प्रश्न 9. कैल्सीफेरॉल कहलाता है।
(i) विटामिन A (ii) विटामिन B
(iii) विटामिन C (iv) विटामिन D
उत्तर ( iv) विटामिन D
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. कार्बोहाइड्रेट को परिभाषित कीजिए।
या
कार्बोहाइड्रेट क्या होते हैं?
उत्तर – कार्बोहाइड्रेट ध्रुवण घूर्णक पॉलीहाइड्रॉक्सी ऐल्डिहाइड या कीटोन होते हैं या वे पदार्थ होते हैं जो जल – अपघटित होकर मोनोसैकेराइड के कई अणु देते हैं।
प्रश्न 2. मोनेसैकेराइड क्या होते हैं?
उत्तर – वे कार्बोहाइड्रेट जो छोटे अणुओं में जल – अपघटित नहीं हो सकते, मोनोसैकेराइड कहलाते हैं।
प्रश्न 3. शर्कराएँ एवं अशर्कराएँ क्या है? इनके भौतिक गुण तथा प्रत्येक के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर – शर्कराएँ – वे कार्बोहाइड्रेट जो स्वाद में मीठे तथा जल में विलेय होते हैं, शर्कराएँ कहलाते हैं। शर्कराएँ सामान्यतः क्रिस्टलीय होती है। सभी मोनोसैकेराइड तथा ऑलिगोसैकेराइड स्वाद में मीठे होते हैं। अतः मोनोसैकेराइड तथा ऑलिगोसैकेराइड सामान्यतः शर्कराएँ कहलाते हैं।
उदाहरणार्थ – ग्लूकोस, फ्रक्टोस, लैक्टोस आदि।
अशर्कराएँ – स्वादरहित पॉलिसैकेराइड जो जल में अविलेय होते है, अशर्कराएँ कहलाते है। अशर्कराएँ सामान्यतः अक्रिस्टलीय होती हैं। उदाहरणार्थ – स्टार्च, सेलुलेस आदि।
प्रश्न 4. DNA अंगुली छापन (DNA Finger Prenting ) क्या हैं? इसके अनुप्रयोग लिखिए।
उत्तर – DNA अंगुली छापना –
हम जानेते हैं कि प्रत्येक जीव के अंगुली छाप अलग – अलग होते हैं। ये अंगुली के शीर्ष पर होते हैं। किसी व्यक्ति की पहचान करने के लिए इन्हें लम्बें समय तक उपयोग में लाया जाता रहा। चूँकि उन्हें शल्य चिकित्सा द्वारा परिवर्तित नही ेेकिया जा सकता है। अतः वर्तमान में व्यक्ति की पहचान के लिए DNA अंगुली छापन काम में लेते हैं जिस कारण इसे DNA अंगुली छापन कहते हैं। प्रत्येक व्यक्ति के DNA में क्षारकों का अनुक्रम अद्वितीय होता है। इन्हें किसी भी शल्य चिकित्सा द्वारा परिवर्तित भी नहीं किया जा सकता हैं।
अनुप्रयोग
- विधि विज्ञान प्रयोगशाला में अपराधी की पहचान करने में।
- किसी व्यक्ति की पैतृकता निर्धारित करने में ।
- किसी दुर्घटना में मृतक के शरीर की पहचान करने के लिए बच्चो अथवा माता – पिता के DNA से तुलना करने में।
- जैव विकास के पुनःलेखन में किसी प्रजाति समूह की पहचान करने में।
प्रश्न 5. आर. एन. ए. ( RNA ) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए ।
उत्तर – यह एकल रज्जुक ( Single stranded) अणु होता है जिसमें एकल रज्जुक लूपिक होकर कुण्डलित संरचना बनाता है और युग्मन केवल कुण्डलित भाग में ही सम्भ होता हैं, जबकि अन्य क्षारको में युग्मन सम्भव नहीं होता है। रज्जुक का आकार, लूपों की संख्या तथा कुण्डलित इकाइयो की संख्या RNA अणुओं में भिन्न होती हैे।
RNA की प्राथमिक संरचना DNA से निम्न दो प्रकार से भिन्न होती हैं।
- RNA में राइबोस शर्करा होती है, जबकि DNA में डीऑक्सीराइबोस शर्करा पायी जाती है।
- RNA में DNA के थायमीन क्षारक के स्थान पर यूरेसिल पिरीमिडीन क्षारक पाया जाता है।
RNA के प्रकार Types of RNA
जीवधारी जिनमें न्यूक्लिक अम्ल के रूप में केवल RNA पाया जाता है, इस RNA को आनुवंशिक क्रियाविधि में प्रयुक्त करते हैं। इस प्रकार का RNA आनुवंशिक RNA ( genectic RNA ) कहलाता है।
जिन जीवधारियों में RNA , DNA के साथ पाया जाता है, उनमें RNA अनुवंशिक पदार्थ के रूप में कार्य नही करता हैं। इस प्रकार का RNA अनानुवंशिक RNA कहलाता है।
प्रश्न 6. लिपिड क्या है? इनके मुख्य कार्य क्या है?
उत्तर – वे वसा और तेल जो जन्तुओं एवं वनस्पतिओं से प्राप्त होते हैं उन्हें लिपिड वर्ग के अन्तर्गत रखा गया है। लिपिड जल में अविलेय कार्बनिक पदार्थ हैं जो निम्न ध्रुवण के कार्बनिक विलायकों में विलेय होते हैं। कुछ महत्वपूर्ण लिपिड इस प्रकार हैं
(i) वस और तेल (ii) फॉस्फोलिपिड
(iii) स्टेरॉयड (iv) टर्पीन्स
लिपिड के कार्य
- कार्बोहाइड्रेट तथा प्रोटीन के अभाव में शरीर को ऊर्जा प्रदान करना।
- शरीर के ताप को नियन्त्रित करना।
- स्टेरॉयल कोशिका झिल्ली के घटक हैं।
- ये हॉर्मोन्स विकास, वृद्धि, पोषण, जनन क्षमता को नियन्त्रित करते हैं।
प्रश्न 7. मानव शरीर के लिए वसा का क्या महत्व हैं?
उत्तर – वसा शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है। शरीर के कोमल भागों की रक्षा करती है और शरीर को बाहरी सर्दी, गर्मी से बचाती हैं।